प्रश्न करे जब पत्रकार तो
प्रश्न करे जब पत्रकार तो
उत्तर देते अधिकारी
नहीं पता, न ही कोई शिकायत
दिखवा लेंगे इस बारी
इतना अमला, गाड़ी घोड़ा
लेकिन फील्ड में ना निकलें
जनता जब रोये चिल्लाए
झाड़ लें पल्ला, ना मानें
समस्या जो सार्वजनिक हों
स्वयं ही पता लगाए शासन
शिकायतकर्ता क्यों खतरा उठाए
अपने सोर्स लगाए शासन