प्रवाह है तो जीवन है
प्रवाह है तो
जीवन है
स्थिर जल
होता है दूषित
स्थिर विचार
होते हैं प्रभावहीन
और
स्थिर लेखनी
वंचित करती है
समाज को
मनोरंजन,
मार्गदर्शन
देने से
पर्यावरण है शुद्ध
जल वायु के प्रवाह से
ब्रह्माण्ड चलायमान है
ग्रहों के प्रवाह से
प्रवाह के बिना
निरस है जीवन
जीवनशैली को बनाओ
गतिशील
जीवनसाथी और
बच्चों के साथ गुजारो
उन्मुक्त स्वछन्द
गतिशील प्रवाहयुक्त
जीवन अपना