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17 Jan 2019 · 1 min read

प्रवाह है तो जीवन है

प्रवाह है तो
जीवन है
स्थिर जल
होता है दूषित
स्थिर विचार
होते हैं प्रभावहीन
और
स्थिर लेखनी
वंचित करती है
समाज को
मनोरंजन,
मार्गदर्शन
देने से

पर्यावरण है शुद्ध
जल वायु के प्रवाह से
ब्रह्माण्ड चलायमान है
ग्रहों के प्रवाह से

प्रवाह के बिना
निरस है जीवन
जीवनशैली को बनाओ
गतिशील
जीवनसाथी और
बच्चों के साथ गुजारो
उन्मुक्त स्वछन्द
गतिशील प्रवाहयुक्त
जीवन अपना

Language: Hindi
169 Views
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