प्रयोजित चक्रव्यूह
वर्षों से नक्सलियों द्वारा सैनिकों पर होते आ रहे हमला संयोग है या सताधिशो द्वारा रचित साजिश ।
सवाल तो है ?
विजय कुमार पूर्व डीजीपी सीआरपीएफ ने ग्रीन हंट ऑपरेशन चलाया था,ऑपरेशन कई दिन चला मगर जब नक्सलियों के ठिकानों के नजदीक गई फोर्स तो अचानक दिल्ली से फोन आया और ग्रीन हंट ऑपरेशन में लगे जवान पीछे हट गए।
सत्ता में बैठे अधिकतर लोग इन नक्सलियों,मावोवादियो और आतंकियों के सहारे सत्ता हासिल करते रहते है,यही लोग ऑपरेशन चलवाते है यही बंद करवाते है,यही इन्हे पैदा करते है और जरूरत पूरी होने पर यही लोग इनका खत्म करवा देते है।
और देश के लोगो को लगता है की करवाही हो रही है,कीमत फोर्स को चुकानी पड़ती है हमेशा,
फिल्म चक्रव्यूह में दिखाई गई सच्चाई हकीकत के बहुत करीब है,
ऊपर से जवानों का अनाव्यसाक रूप से जंगलों में चालीस पचास किलोमीटर तक चलना,थके हारे जवानों पर घात लगाकर हमला करते है नक्सली हमेशा,
वर्षो से ये समस्याएं चली आ रही है,ना जाने कितने बहनों के माथे से सिंदूर पूछे है,कितने बहनों के भाईयो ने कुर्बानी दी है,हजारों मां बाप ने बुढ़ापे के सहारे को खोया है,
छोटे छोटे बच्चे अपने बाप का मूंह नही देख पाए,
मगर कुर्सी के इन कीड़ों की भूख आजतक नही मिट पाई है,
छत्तीसगढ़ ,झारखंड, आंध्र प्रदेश में नक्सलियों के बड़े बड़े कैंप है,मगर आजतक किसी कैंप पर हमला नही कर पाए हम,क्या हमारे पास सुविधा नहीं है की हम जंगलों में इतने बड़े बड़े कैंपो को देख न पाए।
गढ़चिरौली महाराष्ट्र में 2009 में नक्सलियों ने सिविल पुलिस के 18 जवानों को शहीद कर दिया था,तब करीबन एक महीना ऑपरेशन चला था हेलीकाप्टरो से दबा के बमबारी की थी फोर्स ने,जिस जगह पर शक था वही हैंड ग्रेनेड गिराए गए,एलएमजी से फायरिंग की गई सीधी,
ये पता नही लगा की कोई मरा या नही,मगर गढ़चिरौली में कोई खबर नहीं आई फिर की कोई बड़ा नक्सली हमला हुआ है।सरकार चाहे तो क्या नही कर सकती,
अधिकारी चाहे तो क्या नहीं कर सकते,मगर सब चुप है अपने लालच में,बस जब जवान शहीद होते हैं तब सबकी भावनाए जाग जाती है,कुछ दिन बाद सब नॉर्मल हो
और जवान कुर्बानी देते रहते है,
ऊपर वालो की गलत नीतियों का खमियाजा जवान अपनी जान देकर चुकाते है हमेशा,
फिर इसमें छत्तीसगढ़ हो या झारखंड,आंध्र प्रदेश हो या श्री नगर,
देश के अंदर फोर्स जवान शहीद कर दिए जाते है नक्सली हमला करके,और नक्सली आज तक जिंदा है,
चाइना,पाकिस्तान को धूल चटाने का दम भरने वाली भारत की सरकारें,अपने ही देश के नक्सलियों के आगे बेबस नजर आई है हमेशा,
इंटरनेशनल लेवल पर भी पाकिस्तान और चाइना को करारा जवाब देने का दम भरने वाली सरकार अपने हीं देश में नक्सली का कुछ नहीं बिगाड़ पाई।
पाकिस्तान पर आधी रात में सर्जिकल स्ट्राइक करवाने वाली सरकार अपने ही देश के नक्सलियों, माओवादियो आतंकियों के आगे बेबस नजर आती है।
लिखने को तो बहुत कुछ है लिखने का क्रम जारी रहेगा ।
जय हिन्द जय जवान
मानवता अपनाए देश बचाए
#किसानपुत्री_शोभा_यादव