प्रमाणिका छंद
उरी के शहीदों को समर्पित –
——————-
प्रमाणिका छंद
।ऽ। ,ऽ ।ऽ, ।ऽ
जगण,रगण,लघु और गुरु
रहा कराह देश है, न शर्म बंधु लेश है।
रहे सभी मना यही,सने न रक्त से मही।।1
विनीत भाव छोड़ दो, प्रवाह फौज मोड़ दो।
करो न याचना कभी, सुनो न प्रार्थना कभी।।2
जवाब दो कटार से, न बात हो दुलार से।
निरीहता न आन है,न देश वीर शान है।3
मरोड़ बाँह दीजिए,उन्हें समाप्त कीजिए।
सुनो धरा पुकारती,मिटे सभी शरारती।।4
जमीर को जगाइए,नया विहान लाइए।
जवानियाँ मिटें नहीं,सुहाग यों लुटें नहीं।।5
डाॅ. बिपिन पाण्डेय