प्रभू जी से प्रार्थना।
प्रभू जी करो जीवों का उद्धार।——–+—विकल है सारे प्रानी,यह कैसी रचना तुम्हार।–प्रभू करौ जीवों का उद्धार।——–भूल,प्यास, सर्दी, गर्मी,सहते दुख अपार ।शरण नही देता है ,मानव जाये किसके द्वार।।प्रभू————————————-सुख में नही है कोई प्रानी।सब कर रहे हैं मनमानी।सुख की तलाश में लगा हुआ सारा संसार।प्रभू जी करौ जीवों का उद्धार।———-अब तो न दो इतनी सजा ।दया करौ जीवों पर ,जो दल दल में फंसा।—-हे नाथ दया के सागर,करौ जीवों का उद्धार,करौ जीवों का उद्धार।