Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

प्रभु श्री राम आए हैं…

उठाओ थाल पूजन के
मेरे भगवान आए हैं
चढ़ाओ पुष्प और चंदन
चारों धाम आए हैं
रहे जो दूर बरसो तक
अपनों से भला कैसे
चलकर आज साक्षात
प्रभु श्री राम आए हैं
निभाई रीत रघुकुल की
किया प्रस्थान जंगल को
त्यागकर जीवन वैभव का
दिया आदर बुजुर्गों को
रहे मर्यादा में हरदम
नीति पर अमल किया जिसने
चलकर आज हमारे द्वार
प्रभु श्री राम आए हैं

चलकर आज साक्षात प्रभु श्री राम आए हैं…

इति।

इंजी. संजय श्रीवास्तव
बालाघाट मध्यप्रदेश

Language: Hindi
73 Views
Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
View all

You may also like these posts

sp101 कभी-कभी तो
sp101 कभी-कभी तो
Manoj Shrivastava
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
संभावना है जीवन, संभावना बड़ी है
Suryakant Dwivedi
जौन एलिया
जौन एलिया
Dr. Kishan tandon kranti
बिटिया
बिटिया
Mukta Rashmi
*Move On...*
*Move On...*
Veneeta Narula
इतनी शिद्दत से प्यार कौन करे
इतनी शिद्दत से प्यार कौन करे
प्रकाश कुमार "बाग़ी"
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
जिसे हम हद से ज्यादा चाहते है या अहमियत देते है वहीं हमें फा
रुपेश कुमार
भाग्य
भाग्य
लक्ष्मी सिंह
ज़रूरतों  के  हैं  बस तकाज़े,
ज़रूरतों के हैं बस तकाज़े,
Dr fauzia Naseem shad
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
दियो आहाँ ध्यान बढियाँ सं, जखन आहाँ लिखी रहल छी
DrLakshman Jha Parimal
#देसी_ग़ज़ल (तेवरी)
#देसी_ग़ज़ल (तेवरी)
*प्रणय*
दोहे
दोहे
manjula chauhan
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
सत्य कुमार प्रेमी
ईश्वर
ईश्वर
Shyam Sundar Subramanian
मनमानी करते नेता
मनमानी करते नेता
Chitra Bisht
इश्क का बाजार
इश्क का बाजार
Suraj Mehra
Why Doesn't mind listen?
Why Doesn't mind listen?
Bindesh kumar jha
4167.💐 *पूर्णिका* 💐
4167.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बूढ़ी मां
बूढ़ी मां
Sûrëkhâ
बस तुम लौट आओ...
बस तुम लौट आओ...
Harshit Nailwal
प्रकृति और पुरुष
प्रकृति और पुरुष
आशा शैली
*गरमी का मौसम बुरा, खाना तनिक न धूप (कुंडलिया)*
*गरमी का मौसम बुरा, खाना तनिक न धूप (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
TDTC / - Thiên Đường Trò Chơi là một cổng game bài đổi thưởn
TDTC / - Thiên Đường Trò Chơi là một cổng game bài đổi thưởn
tdtcpress1
दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
दस रुपए की कीमत तुम क्या जानोगे
Shweta Soni
हम सुख़न गाते रहेंगे...
हम सुख़न गाते रहेंगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
I love you Mahadev
I love you Mahadev
Arghyadeep Chakraborty
जब कोई व्यक्ति विजेता बनने से एक प्वाइंट या एक अंक ही महज दू
जब कोई व्यक्ति विजेता बनने से एक प्वाइंट या एक अंक ही महज दू
Rj Anand Prajapati
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
वस्त्र की चिंता नहीं थी शस्त्र होना चाहिए था।
Sanjay ' शून्य'
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
मेरी माटी मेरा देश 🇮🇳
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इस घर से .....
इस घर से .....
sushil sarna
Loading...