* तेरा मेरा प्रभु ये कैसा नाता है *
तेरा मेरा प्रभु ये कैसा नाता है !
तेरे भजन में मुझको आनन्द आता है ,
देखे बिन तुमको नहीं दिल ये बहलता है ।
तेरे सुमिरन बिन नहीं चैन मिलता है ,
बस तेरी भक्ति में दिल मेरा रमता है ।।
तेरा मेरा प्रभु ये कैसा नाता है !
तेरे बिना न कुछ भी मुझको भाता है ,
देखे बिन तुमको नहीं दिन ये गुजरता है ।
सोते जागते हर पल तेरा ध्यान रहता है ,
तेरे बिना ये जीवन मुझे सुना लगता है ।।
तेरा मेरा प्रभु ये कैसा नाता है !
हर पल नाम तेरा, मेरा मन ये ध्याता है ,
देखे बिन तुमको नहीं दिल ये लगता है ।
देख के महिमा तेरी दिल ख़ुश हो जाता है ,
प्रभु तेरी लीला दिल समझ न पाता है ।।
तेरा मेरा प्रभु ये कैसा नाता है !