“प्रदर्शन का सुअवसर” #100 शब्दों की कहानी#
सक्षम-अधिकारी की स्वीकृती पर कंपनी में नए इंस्ट्रुमेट को रवि ने स्वयं तैयार किया, सभी को दिया प्रशिक्षण ताकि वे मुख्यालय जाकर सफलतापूर्वक प्रदर्शन करें । इसी बीच रवि के पिताजी का देहांत होने के कारण, प्रदर्शन उसके साथी ने करवाया ।
बहुत इंतजार के पश्चात सुनहरा अवसर आया, वह भी हाथ से निकल गया । रवि उदासीन होकर सोच रहा
“अवसर बार-बार दस्तक नहीं देता” ।
किसी ने बहुत सुन्दर कहा, वे लोग भाग्यशाली होते हैं, जिन्हें सुअवसर प्राप्त होते हैं, यही हुआ रवि के साथ भी । सक्षम-अधिकारी ने कहा,”रवि,कंपनी ने पुनः किया प्रदान प्रदर्शन का सुअवसर” ।