प्रतीकों से धरा गर..
प्रतीकों से धरा गर देश की वीरान हो जाए
समूचे विश्व में भारत की धूमिल शान हो जाए
यहाँ हिन्दुत्व की थाती सँभालेगा कोई क्यों कर
विवेकानन्द की मूरत का गर अपमान हो जाए
प्रतीकों से धरा गर देश की वीरान हो जाए
समूचे विश्व में भारत की धूमिल शान हो जाए
यहाँ हिन्दुत्व की थाती सँभालेगा कोई क्यों कर
विवेकानन्द की मूरत का गर अपमान हो जाए