प्रतिस्पर्धी भावना
प्रतिस्पर्थी भावना संघर्ष की सकारात्मक ऊर्जा को एक सीमा तक बढ़ाती है , उसके पश्चात यह भाव द्वेष एवं वैमनस्य की नकारात्मकता में परिवर्तित हो जाता है।
प्रतिस्पर्थी भावना संघर्ष की सकारात्मक ऊर्जा को एक सीमा तक बढ़ाती है , उसके पश्चात यह भाव द्वेष एवं वैमनस्य की नकारात्मकता में परिवर्तित हो जाता है।