प्रतिभा
प्रतिभा
शहर की प्रतिभाओं को सम्मानित करने के लिए समारोह आयोजित था।
जिसमें शहर के सभी विशिष्ट प्रतिभावान लेखक, चित्रकार, गायक, रंगकर्मी, शिक्षक, चिकित्सक, अभियन्ता, रक्तदाता व अन्य सम्मानित हुए।
जिनके साथ रघवीर नामक व्यक्ति भी सम्मानित हो गया।
जिसका सम्मानित होना, चर्चा का विषय बन गया।
हर तरफ चर्चा थी कि रघवीर को किस क्षेत्र में सम्मानित किया गया।
एक ने व्यंग्य कसा कि किसी भी प्रतिभा के बिना, सम्मानित होना भी एक प्रतिभा है।
इस प्रतिभा को भी मान्यता मिलनी ही चाहिए। जोरदार ठहाका लगा। नई प्रतिभा के रहस्योद्घाटन पर।
-विनोद सिल्ला