Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Sep 2023 · 1 min read

#प्रणय_गीत-

#गीत-
■ बदनाम न कर…!!
【प्रणय प्रभात】

हर नाता है बेनाम किसी के इन्हें नाम ना कर ।
आँसू से रचे हैं तूने गीत इन्हें तू गुमनाम ना कर ।।

मन कहता है मरना बेहतर, दिल कहता है जीने दे,
तू विषपायी गरल-पान कर अमृत जग को पीने दे।
आँसू को छुपाना सीख, प्यार बदनाम ना कर ।
आँसू से रचे हैं तूने गीत इन्हें तू गुमनाम ना कर ।।

साथ लिए फिरता हो दुनिया उस बंजारे का घर क्या,
जिसे उजालों ने लूटा हो उसे अँधेरों से डर क्या?
लुटने की चिंता छोड़, छोड़ कोहराम ना कर ।
आँसू से रचे हैं तूने गीत इन्हें तू गुमनाम ना कर ।।

जले अगर दीपक बनकर जल तब जलना है ठीक तेरा,
हर ठोकर पर एक सबक़ ले तब चलना है ठीक तेरा।
जीवन भर दे जो संताप, कभी भी वो काम ना कर ।
आँसू से रचे हैं तूने गीत इन्हें तू गुमनाम ना कर ।।

संघर्षो में जो जीता है वही नाम कर जाता है,
छोटा सा जीवन भी अक़्सर बड़े काम कर जाता है। जीवन है तपस्या एक, इसे तू इल्ज़ाम ना कर ।
आँसू से रचे हैं तूने गीत इन्हें तू गुमनाम ना कर ।।

■प्रणय प्रभात■
●संपादक/न्यूज़&व्यूज़●
श्योपुर (मध्य प्रदेश)

1 Like · 159 Views

You may also like these posts

विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कविता
कविता
Rambali Mishra
.
.
*प्रणय*
नन्हा बालक
नन्हा बालक
Ruchi Sharma
आज के दौर के मौसम का भरोसा क्या है।
आज के दौर के मौसम का भरोसा क्या है।
Phool gufran
महामहिम आनंदी बेन पटेल
महामहिम आनंदी बेन पटेल
Harminder Kaur
तुम सहारा बनकर आओगे क्या?
तुम सहारा बनकर आओगे क्या?
Jyoti Roshni
विशाल प्रजापति
विशाल प्रजापति
Vishal Prajapati
दोहा पंचक. . . विविध
दोहा पंचक. . . विविध
sushil sarna
"परछाई"
Dr. Kishan tandon kranti
इस साल बहुत लोगों के रंग उतरते देखें,
इस साल बहुत लोगों के रंग उतरते देखें,
jogendar Singh
जिंदगी का भरोसा कहां
जिंदगी का भरोसा कहां
Surinder blackpen
"भाभी की चूड़ियाँ"
Ekta chitrangini
तुझसे रिश्ता
तुझसे रिश्ता
Dr fauzia Naseem shad
हर बूँद  भैरवी है - हर बूँद है मल्हार
हर बूँद  भैरवी है - हर बूँद है मल्हार
Atul "Krishn"
करे मतदान
करे मतदान
Pratibha Pandey
कभी परिश्रम का मत करो दिखावा।
कभी परिश्रम का मत करो दिखावा।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
ग़ज़ल _ मुहब्बत के दुश्मन मचलते ही रहते ।
ग़ज़ल _ मुहब्बत के दुश्मन मचलते ही रहते ।
Neelofar Khan
अकेलापन
अकेलापन
Mansi Kadam
#गुलमोहरकेफूल
#गुलमोहरकेफूल
कार्तिक नितिन शर्मा
**** बातें दिल की ****
**** बातें दिल की ****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
मुद्दत से तेरे शहर में आना नहीं हुआ
Shweta Soni
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
लड़ने को तो होती नहीं लश्कर की ज़रूरत
अंसार एटवी
श्रीराम का अयोध्या आगमन
श्रीराम का अयोध्या आगमन
Sushma Singh
2857.*पूर्णिका*
2857.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
गीत- कभी हँसकर कभी झुककर...
गीत- कभी हँसकर कभी झुककर...
आर.एस. 'प्रीतम'
https://youtube.com/@pratibhaprkash?si=WX_l35pU19NGJ_TX
https://youtube.com/@pratibhaprkash?si=WX_l35pU19NGJ_TX
Dr.Pratibha Prakash
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
बचपन से जिनकी आवाज सुनकर बड़े हुए
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...