मैं दुआ करता हूं तू उसको मुकम्मल कर दे,
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
चलते रहे थके नहीं कब हौसला था कम
दुनिया में हज़ारों हैं , इन्सान फ़रिश्तों से ,
थोड़ी सी गुफ्तगू क्या हो गई कि उन्होंने मुझे ही सरफिरा समझ ल
जलाओ प्यार के दीपक खिलाओ फूल चाहत के
वक्त बदलते ही चूर- चूर हो जाता है,
फूलों की महक से मदहोश जमाना है...
'कोंच नगर' जिला-जालौन,उ प्र, भारतवर्ष की नामोत्पत्ति और प्रसिद्ध घटनाएं।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
!! राम जीवित रहे !!
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
क्या रावण अभी भी जिन्दा है
जाने कब पहुंचे तरक्की अब हमारे गांव में
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
मैं तो कवि हुँ
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"