प्रणय निवेदन
प्रीत ह्रदय पर अमिट अंकित
अनुबंध नही ये सम्बन्ध है
विश्वास का तोरण प्रिये
दिल में लगा के रखना ,,
नित नया रंग भरे जीवन में
प्रेम रंग कभी कम् न हो
एहसासों की रंगोली से
आँचल रंगा के रखना ,,
कभी न टूटे कसमें प्रियवर
अटूट, दिलों का बंधन है
महकते वादों की अमिट
सुर्ख मेहंदी रचा के रखना ,,
आभास ह्रदय के भावों का
कोमल मृदुल स्पर्श देगा
प्रेम मधु की वर्षा से
तन मन भिगा के रखना ,,
मधु से भी मधुकर होगा
प्रणय सम्बन्ध चिरकाल तक
मीठी मुस्कान की अधरों पर
लाली लगा के रखना ,,
नम्रता सरन “सोना”