प्रणय गीत…
तुम..
अपनी कलम से उकेर कर
कागज पर दिल उतार देना,
मधुर प्रेम की स्याही से अपने
भर कर रंग अनूठे
जज़्बातों को संवार देना.
विरह के गीतों को
अपनी देह की संदली खुशबु से
एक नया आयाम रचना
अधरों पर रख अधर अपने
मूर्छित मेरे मन को नवजीवन देना
रंग जाना मेरे प्रणय रंग में
एक कथा नूतन लिख देना!!
हिमांशु Kulshrestha