“प्रज्वलित प्रकाश” #50 शब्दों की कहानी#
एक नज़र देखते ही बिस्तर की सिलवटों को हम ठीक कर देते हैं बेटा सुयश, लेकिन मन के विचारों में डूबी सोच की सिलवटों को कभी गहरी मत होने देना, नहीं तो वे सदैव नकारात्मक दिशा में ही ले जाएंगी ।
मां तेरी सीख सूर्य के प्रकाश जैसी प्रज्वलित रहेगी।