Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Mar 2021 · 1 min read

प्रकृति में सारी कायनात

प्रकृति में सारी कायनात
तेरे विशाल ह्रदय का प्रतीक

सृष्टि की सारी रचनाएँ
तेरी कला प्रेम के प्रतीक

कुदरत की अनुपम खूबसूरती
तेरे प्रकृति प्रेम का प्रतीक

एक तेरी कीर्ति , दयालुता का
सब जग प्रतीक

Language: Hindi
2 Likes · 372 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
पता नहीं किसी को कैसी चेतना कब आ जाए,
पता नहीं किसी को कैसी चेतना कब आ जाए,
Ajit Kumar "Karn"
तमाम उम्र अंधेरों में कटी थी,
तमाम उम्र अंधेरों में कटी थी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मृदा मात्र गुबार नहीं हूँ
मृदा मात्र गुबार नहीं हूँ
AJAY AMITABH SUMAN
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
Ranjeet kumar patre
बरसात
बरसात
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*षडानन (बाल कविता)*
*षडानन (बाल कविता)*
Ravi Prakash
सफर की यादें
सफर की यादें
Pratibha Pandey
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
दोहा त्रयी. . . . शमा -परवाना
sushil sarna
"वक्त की बेड़ियों में कुछ उलझ से गए हैं हम, बेड़ियाँ रिश्तों
Sakshi Singh
ना रास्तों ने साथ दिया,ना मंजिलो ने इंतजार किया
ना रास्तों ने साथ दिया,ना मंजिलो ने इंतजार किया
पूर्वार्थ
" जल "
Dr. Kishan tandon kranti
फूलों से सीखें महकना
फूलों से सीखें महकना
भगवती पारीक 'मनु'
हिंदी कब से झेल रही है
हिंदी कब से झेल रही है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
आपकी लिखावट भी यह दर्शा देती है कि आपकी बुद्धिमत्ता क्या है
Rj Anand Prajapati
जब जब भूलने का दिखावा किया,
जब जब भूलने का दिखावा किया,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
उम्मीद का टूट जाना
उम्मीद का टूट जाना
हिमांशु Kulshrestha
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
मुक्तक - यूं ही कोई किसी को बुलाता है क्या।
सत्य कुमार प्रेमी
4102.💐 *पूर्णिका* 💐
4102.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
आप की डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है जनाब
आप की डिग्री सिर्फ एक कागज का टुकड़ा है जनाब
शेखर सिंह
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
गुरु वह जो अनंत का ज्ञान करा दें
हरिओम 'कोमल'
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
आपका लक्ष्य निर्धारण ही ये इशारा करता है कि भविष्य में आपकी
Paras Nath Jha
ज़िंदगानी
ज़िंदगानी
Shyam Sundar Subramanian
नास्तिक सदा ही रहना...
नास्तिक सदा ही रहना...
मनोज कर्ण
#ध्यानाकर्षण-
#ध्यानाकर्षण-
*प्रणय प्रभात*
प्रदूषण-जमघट।
प्रदूषण-जमघट।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
ज़िंदगी से गिला
ज़िंदगी से गिला
Dr fauzia Naseem shad
नारी जीवन
नारी जीवन
Aman Sinha
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
राहों से हम भटक गए हैं
राहों से हम भटक गए हैं
Suryakant Dwivedi
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
हब्स के बढ़ते हीं बारिश की दुआ माँगते हैं
Shweta Soni
Loading...