प्रकृतिस्वारुप
निर्मल रूप, कोमल कंठ,
नीर रूप, शीतल मनः //
स्वच्छ तरिणी, नीला गगन,
चह चहाते पक्षी, हरित धरा //
रुचिर मुख, उत्कृष्ट दृश्य,
मनोहर प्रकृति, विस्तृत छटा //
रूपवती कानन, विराट आग्नेयगिरी,
मनमुग्ध सूरत, मोहिनी रूपा //
निर्मल रूप, कोमल कंठ,
नीर रूप, शीतल मनः //
स्वच्छ तरिणी, नीला गगन,
चह चहाते पक्षी, हरित धरा //
रुचिर मुख, उत्कृष्ट दृश्य,
मनोहर प्रकृति, विस्तृत छटा //
रूपवती कानन, विराट आग्नेयगिरी,
मनमुग्ध सूरत, मोहिनी रूपा //