प्रकति से मत करो खिलवाड़
प्रकति से मत करो खिलवाड़
प्रक्रति है हमारे जीवन का आधार
आधार ही नही होगा तो कैसे रहे पाओगे
आधार बिन अपनी क्या पहचान बताओगे
प्रक्रति ही तो हमारे जीवन का सहारा है
हवा,पानी है तभी तो जीवन हमारा है
जंगल,वायु,जल से ही तो सुन्दर नजारा है
बिन जंगल,वायु,जल जीवन नष्ट हमारा है
भूपेंद्र रावत
10/09/2017