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25 Feb 2021 · 1 min read

प्यार

कैफियत मेरी देख वो मुझसे फरमाइश नहीं करती,
मिलती तो रोज है पर कोई ख्वाहिश नहीं करती,
प्यार अपने दरमियां कैसे कम कहू,
मैं कितना भी रूठ जाऊं वह कभी आजमाइश नहीं करती।
आदर्श त्रिवेदी।
चक मूसेपुर।
लखीमपुर खीरी।
6394488553

Language: Hindi
Tag: शेर
3 Likes · 2 Comments · 509 Views
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