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6 Jul 2021 · 3 min read

प्यार हो गया ______ कहानी

______प्यार हो गया_______
यह कौन है चाची ? वीना ने जब जमुना से पूछा तो पास में ही बैठे प्रेम की नजर आवाज की ओर गई। उसने देखा यह मेरे बारे में पूछने वाली कौन है। जैसे ही प्रेम की नजर उस पर पड़ी तो अवाक दृष्टि से उसे देखता ही रह गया।
प्रेम ने आज तक इतना आकर्षक चेहरा नहीं देखा था।
कुदरत ने उस बाला को शायद फुरसत में बनाकर सारी खूबसूरती उसी में डाल दी थी।
जमना कहने लगी ___ यह मेरे दूर के रिश्तेदार है,प्रेम नाम है इनका।इनकी मम्मी को लेने आए है।
वीना बोली ___ बहुत सुंदर नाम है।
प्रेम बैठा बैठा दोनों की बाते सुनता रहा।इस बीच बार बार उसकी नजरें उस अनजानी बाला से टकरा रही थी।
प्रेम को उसकी आवाज में मिश्री सी मिठास लग रही थी।
कुछ देर तक दोनों में बाते होती रही ,शाम का समय होने को आ गया था। वीना ने अपनी बात ख़तम करते हुए कहा ___ दो चार दिन तो रोकना इन्हे,मेहमान कहा रोज रोज आते है।
प्रेम ने जब यह शब्द सुने तो उसके दिल में अजीब सी हरकत होने लगी।
खेर शाम हो गई,खाने की तैयारी चल रही थी।
राधा बोली _ बेटा सुबह जल्दी चलेंगे।
मम्मी क्या हम एक दो दिन नहीं रुक सकते,प्रेम तुरन्त बोल पड़ा।
रुकने में तो कुछ नहीं बेटा पर तेरे स्कूल खुलने के दिन भी आ गए।उसकी भी तो तैयारी करनी है।
इसी समय रमण जो कि उनका ही रिश्तेदार था आता है ___
और पूछता है कल तो नहीं जा रहे हो न।
राधा बोली __ कल जाने का है।
रमण __ अरे कल मत जाना अभी दो दिन बाद से यहां बहुत बड़ा यज्ञ होने जा रहा है,दूर दूर से संत आएंगे।बहुत अच्छा मौका है,सभी साथ साथ रहेंगे,धर्म प्रवचन के आंनद लेंगे।
राधा __ पर _____ रमण बात काटते हुए ,पर वर कुछ नहीं रुकना ही पड़ेगा।
बहुत मान मनोव्वल के बाद राधा ने रुकने की हां भर दी।
प्रेम की तो मानो मन मुराद पूरी हो गई ,उसका ध्यान तुरन्त वीना की छबि पर गया।
हे भगवान तेरा शुक्रिया।
अच्छा हुआ मां ने रुकना स्वीकार कर लिया।
सभी अपने कामो से निवृत होकर सोने चले गए।
प्रेम भी अपने बिस्तर पर आकर लेट गया।पर नीद उसकी आंखो से दूर न जाने कहां खो गई थी।बार बार उसकी आंखो के सामने वीना का चेहरा आ रहा था कानों में एक ही वाक्य गूंज रहा था
__ ” कौन है यह?””
जैसे तैसे सुबह हुई,प्रेम बाहर आकर उधर ही देखने लगा,जिधर पिछली शाम उसकी वीना से नजरें टकराई थी।
कुछ देर बाद खिड़की खुली तो प्रेम ने आवाज के साथ उधर देखा तो __ वीना खिड़की के पास ही खड़ी थी।
दोनों की नजरें टकराई और हल्की सी मुस्कुराहट दोनों के चहरे पर आ गई।
वीना पूछ बैठी रुकोगे न ।
जी __ जी प्रेम ने उत्तर दिया।
पहली बार चला बात का सिलसिला ऐसा चला की जो प्रेम एक दिन के लिए अपनी मां को लेने गया था वहीं का होकर रह गया।
मां अपने गांव छोड़कर वही आकर पढ़ाई करने लगा।
क्योंकि उसे पता ही नहीं चला था और उसे प्यार हो गया था।
कुछ दिनों तक यो ही आंख मिचौली चलती रही।
एक दिन आखिर प्रेम ने वीना से कह दिया ___ वीना मै तुम्हारे
बिना नहीं रह सकता।
वीना ने भी लजाते हुए कहा__ प्रेम तुम ही मेरा प्यार हो। मै भी तुम्हारे बगैर नहीं रह सकती।
दोनों ने ही एक दिन अपने अपने घर वालो को यह बात बता दी।कुछ दिनों की ना नुकुर के बाद दोनों के घर वाले तैयार हो गए।
दोनों का रीति रिवाजों से विवाह हुआ। वीना ओर प्रेम
अब अपनी दुनिया में मस्त है।उनका प्यार आज भी वही है जो पहले दिन था।।
राजेश व्यास अनुनय।

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