Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Oct 2021 · 1 min read

प्यार व्यापार बना डाला __ मुक्तक

प्यार व्यापार बना डाला यहां भी कर गए घोटाला।
दुकानें देख आकर्षित, पहना गए उसको तो माला।
प्यार पहला है छोड़ा _दिल आकर्षण में डोला,
कैसी तालीम यह पाई पढ़े हो कौन सी शाला।।
राजेश व्यास अनुनय

Language: Hindi
1 Like · 196 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाण माताजी
बाण माताजी
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
मन की मनमानी से हारे,हम सब जग में बेचारे।
Rituraj shivem verma
छात्रों का विरोध स्वर
छात्रों का विरोध स्वर
Rj Anand Prajapati
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
🥀 *गुरु चरणों की धूल*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
4568.*पूर्णिका*
4568.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
........,
........,
शेखर सिंह
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
जो हमारे ना हुए कैसे तुम्हारे होंगे।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
चाय - दोस्ती
चाय - दोस्ती
Kanchan Khanna
*कोपल निकलने से पहले*
*कोपल निकलने से पहले*
Poonam Matia
मन नहीं होता
मन नहीं होता
Surinder blackpen
आती है जाती है , दिल को भी लुभाती है ,
आती है जाती है , दिल को भी लुभाती है ,
Neelofar Khan
बेज़ार होकर चले थे
बेज़ार होकर चले थे
Chitra Bisht
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
विधाता छंद (28 मात्रा ) मापनी युक्त मात्रिक
Subhash Singhai
त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक
त्रिपुण्ड सममात्रिक दंडक
Sushila joshi
गज़ल
गज़ल
सत्य कुमार प्रेमी
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
सिर्फ व्यवहारिक तौर पर निभाये गए
Ragini Kumari
"फेसबूक के मूक दोस्त"
DrLakshman Jha Parimal
#प्रेरक_प्रसंग-
#प्रेरक_प्रसंग-
*प्रणय*
इतना भी अच्छा तो नहीं
इतना भी अच्छा तो नहीं
शिव प्रताप लोधी
गीत
गीत
Shiva Awasthi
अंतहीन
अंतहीन
Dr. Rajeev Jain
मौसम तुझको देखते ,
मौसम तुझको देखते ,
sushil sarna
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
सच्ची मोहब्बत नहीं अब जमीं पर
gurudeenverma198
🌷🌷  *
🌷🌷 *"स्कंदमाता"*🌷🌷
Shashi kala vyas
"मंजिल"
Dr. Kishan tandon kranti
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
*कब किसको रोग लगे कोई, सबका भविष्य अनजाना है (राधेश्यामी छंद
Ravi Prakash
It’s all be worthless if you lose your people on the way..
It’s all be worthless if you lose your people on the way..
पूर्वार्थ
पलटे नहीं थे हमने
पलटे नहीं थे हमने
Dr fauzia Naseem shad
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
लोग मेहनत से एक एक रुपए कमाते हैं
Sonam Puneet Dubey
नहीं होते यूं ही रिश्तें खत्म
नहीं होते यूं ही रिश्तें खत्म
Seema gupta,Alwar
Loading...