प्यार वो नहीं है जो सिर्फ़ आपके लिए ही हो!
प्यार वो नहीं है जो सिर्फ़ आपके लिए ही हो!
सच्चा – प्यार तो वो है जो परिस्थितियों से
सामंजस्य बिठाते हुए आपके लिए भी हो!
सारे रिश्ते-नाते को ठोकर मारकर प्यार
की बरसात आपपर की जा रही हो…
तो इसमें तनिक संशय नहीं कि,
आप झूठे प्यार के साथ ही
जीवन निर्वाह कर रहे हो!
…. अजित कर्ण ✍️