प्यार में होता कभी छोटा बड़ा कुछ भी नहीं
प्यार में होता कभी छोटा बड़ा कुछ भी नहीं
झोपड़ी है या महल ये देखता कुछ भी नहीं
है कथानक तो अलग पर अंत सबका एक सा
ज़िन्दगी भी इक कहानी के सिवा कुछ भी नहीं
डॉ अर्चना गुप्ता
प्यार में होता कभी छोटा बड़ा कुछ भी नहीं
झोपड़ी है या महल ये देखता कुछ भी नहीं
है कथानक तो अलग पर अंत सबका एक सा
ज़िन्दगी भी इक कहानी के सिवा कुछ भी नहीं
डॉ अर्चना गुप्ता