Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jul 2023 · 1 min read

*प्यार भी मिलने लगा है लीज पर*

प्यार भी मिलने लगा है लीज पर
***************************

प्यार भी मिलने लगा है लीज पर,
कुछ भी नही रखा है दहलीज पर।

रंग बिरंगे रंग वाले बच निकलते हैँ,
दाग तो लगते हैँ सफ़ेद कमीज पर।

कोई किसी की परवाह करता नहीं,
लगाम रखता नहीं कोई तमीज पर।

औरों की ऐसी तैसी किया करते हैँ,
नजर रखता है अपनी हर चीज पर।

अपने दिल की विरासत मनसीरत है,
बात क्यों करता दीवाना खीझ कर।
****************************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैंथल)

Language: Hindi
304 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तंत्र  सब  कारगर नहीं होते
तंत्र सब कारगर नहीं होते
Dr Archana Gupta
........
........
शेखर सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
बदल गया परिवार की,
बदल गया परिवार की,
sushil sarna
3345.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3345.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
हल
हल
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
तूझे भी अब मेरी लत जो लग गई है,
तूझे भी अब मेरी लत जो लग गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
वसंत पंचमी की शुभकामनाएं ।
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
हरिगीतिका छंद विधान सउदाहरण ( श्रीगातिका)
Subhash Singhai
कँहरवा
कँहरवा
प्रीतम श्रावस्तवी
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
तमाम आरजूओं के बीच बस एक तुम्हारी तमन्ना,
Shalini Mishra Tiwari
*प्रेम भेजा  फ्राई है*
*प्रेम भेजा फ्राई है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जिन्दगी
जिन्दगी
लक्ष्मी सिंह
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
शहीदे आजम भगत सिंह की जीवन यात्रा
Ravi Yadav
मेरे हिस्से सब कम आता है
मेरे हिस्से सब कम आता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
आज भी अधूरा है
आज भी अधूरा है
Pratibha Pandey
एक मुक्तक
एक मुक्तक
संजीव शुक्ल 'सचिन'
#आलेख-
#आलेख-
*प्रणय प्रभात*
दो रंगों में दिखती दुनिया
दो रंगों में दिखती दुनिया
कवि दीपक बवेजा
गुम है
गुम है
Punam Pande
ऐसा क्यूं है??
ऐसा क्यूं है??
Kanchan Alok Malu
"मन-मतंग"
Dr. Kishan tandon kranti
मैं हूं न ....@
मैं हूं न ....@
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
** शैलपुत्री **
** शैलपुत्री **
surenderpal vaidya
पतंग
पतंग
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दीदार
दीदार
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
*चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)*
*चलो अयोध्या रामलला के, दर्शन करने चलते हैं (भक्ति गीत)*
Ravi Prakash
मुकाम
मुकाम
Swami Ganganiya
"अगर हो वक़्त अच्छा तो सभी अपने हुआ करते
आर.एस. 'प्रीतम'
मित्र
मित्र
Dhirendra Singh
Loading...