प्यार पर शायरी
अभी पढ़ने की उम्र है पढ़ लो तुम
अभी हुस्न की परियों का दीदार ना किया करो
पढ़ लो कुछ कर लो कुछ बन लो तुम
फिर वो हुस्न की परियाँ तुम्हारी दीदार करना चाहेंगे
अभी गर करना है प्यार तो कर लो पर इज़हार न करना
गर कर दिए इज़हार तो पछताओगे तुम
फिर अपना रुख़ उसकी तरफ मोड़ दोगे तुम
पढ़ाई को आधे रस्ते में छोड़ दोगे तुम
फिर तुमको कोई नौकरी न मिल पाएगी
बिना नौकरी के वो भी छोड़ के चली जाएगी
इसीलिए कहता हूँ यारों मेरी बात मानो तुम
पहले पढ़ाई कर लो अच्छे से फिर हुस्न की परियों का दीदार करो तुम
🖋🖋यशवर्धन राज (बालेन्दु मिश्रा)