प्यार छुपी होती है…
१.
उदासी के सूखे पत्तों में भी
बहार छुपी होती है…
उदास दिलों के बंद दरवाज़े में भी
हंसी की हल्की सी टंकार छुपी होती है
जो कानों तक न पहुंचे,
दिल को छू जाय ऐसी अलबेली
उल्लास छुपी होती है…
उदास दिलों में भी प्यार छुपी होती है…
…सिद्धार्थ
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२.
कोई हर शब्द पे पहरे रखता है
छुप- छुप के उसको तकता है
जाने क्यूँ वो कुछ कहने से डरता है
हम राह तके तो हमको दीवाना कहता है
खुद बस चुप चुप सा ही वो रहता है
…सिद्धार्थ
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३.
मेरे दरके हुए शब्दों में तेरा मौन फंसा है
सीने में अब तक तेरा आख़री शब्द धसा है !
…सिद्धार्थ