प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ***********
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ************
चाहिए उल्फत का गुल सजदों का गुलशन चाहिए,
एक पल में ही तुम्हें अहसास भी हो जायेगा
महसूस करने को तुम्हें जज्वात मेरे चाहिए
सजदों का गुलशन चाहिए, उल्फत का एक गुल चाहिए
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ************
चाहिए तुमको नजाकत के कई अंदाज़ पर
तीरे दिलकश मारने का एक सलीका चाहिए
चाहिए उल्फत का गुल, सजदों का गुलशन चाहिए
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ************
तुम कहो तो ला पिन्हाँ दू तर्जनी में चाँद को,
आसमाँ जैसा मगर तेरा कलेजा चाहिए
सजदों का गुलशन चाहिए, उल्फत एक गुल चाहिए,
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ************
तेरी खातिर बन सवेरा रोज़ आऊं द्वार पर
रुख पे अलसाती लटों का एक नज़ारा चाहिए
सजदों का गुलशन चाहिए, उल्फत एक गुल चाहिए,
प्यार की मूरत को दिल सा एक मंदिर चाहिए ! ************