प्यार की बातें सुनाने दीजिए!
प्यार की बातें सुनाने दीजिए!
इक गज़ल बस गुनगुनाने दीजिए!
आप मुझ पर कीजिए इतना करम,
आपको अपना बनाने दीजिए!
हो गई पतझड़ सी् मेरी जिंदगी,
हो बसंती दिन सुहाने दीजिए!
तुम नदी, मैं एक छोटी झील सा,
अब मुझे तुम में समाने दीजिए!
हम तुम्हें मिलकर रहेंगे देखना,
दूर हो, ये मत बहाने कीजिए!
तुमने मुझको आज़माया उम्र भर,
अब मुझे भी आज़माने दीजिए!
एक प्रेमी चाहता है और क्या,
आपके दिल में तो आने दीजिए!
…… ✍ सत्य कुमार प्रेमी