प्यार की दिव्यता
प्यार के बारे में क्या जानते हो…??
कुछ भी नही जानते हो!!
पता है, प्यार कभी भी कम-ज्यादा नहीं होता है
बस प्यार तो प्यार ही होता है
बेइंतहा प्यार जिससे होता है
वो सदा रहता है…
प्यार अनन्त,असीम होता है
स्वार्थ से परे होता है
परवाह के लिए आतुर रहता है
मां-बच्चे का,पति-पत्नी का
बहन-भाई का प्यार
कभी-कभी खून के रिश्तों के अलावा
भी प्यार होता है
जिसमें हक जताया नहीं जाता
धर्म आडे़ नहीं आता,
बताया नहीं, महसूस किया जाता
वहां कम-ज्यादा का सवाल पैदा नहीं होता
ऐसा प्यार ही दिव्यता की मिसाल कहलाता है।
– सीमा गुप्ता