प्यार की गहराई इतनी की,
प्यार की गहराई इतनी की,
समन्दर भी अधूरा सा लगने लगा।
क्या पता था मेरी खुशियां,
इन गहराइयों में फाख्ता हो जाएंगी।
प्यार की गहराई इतनी की,
समन्दर भी अधूरा सा लगने लगा।
क्या पता था मेरी खुशियां,
इन गहराइयों में फाख्ता हो जाएंगी।