“प्यार का रोग”
“प्यार का रोग”
मेरा नींद ,मेरा चैन ,खो गया है,
न जाने कैसा ,ये रोग हो गया है।
जब से वो जाने जाना, तुझको देखा है,
तुमसे मिलने को आतुर,मन में बहुत होता है।
लोग कहते है जाना, प्यार में बड़ी धोका है,
कैसे बताऊँ तुम्हें, क्या क्या मैंने सोचा है।
न जाने क्यों, तुम्हें बार बार मैंने सोचा है,
मेरा नींद ,मेरा चैन, खो गया है,
न जानें कैसा, ये रोग हो गया है।।