* प्यार का जश्न *
** मुक्तक **
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प्यार का जश्न मिलकर मनाएं सभी।
गीत मिलकर नया गुनगुनाएं सभी।
एक उत्सव बने जिन्दगी का सफर।
आपबीती सुखद जब सुनाएं सभी।
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भक्ति रस में रमे आज हैं जन सभी।
हर्ष से हैं प्रफुल्लित हुए मन सभी।
खूब उत्सव मनाने के शुभ योग हैं।
सज रहे द्वार घर और आंगन सभी।
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-सुरेन्द्रपाल वैद्य, ११/०४/२०२४