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26 Dec 2024 · 1 min read

प्यार कभी यूं छिपाते नहीं

प्यार कभी यूं छिपाते नहीं
पर राजे दिल भी सबको बताते नहीं

तुम्हारी पनाह में रहे दिन भर
पर रातों को यूं अब सताते नहीं

मिल ही जाएगी मंजिल हमको
हमराह को अपने हम भुलाते नहीं

तुझ संग हो मिलन की बातें सभी
जुदाई के चर्चे किसी को सुनाते नहीं

सितारें तेरी मांग में भर दूं आजा
किसी और को दुल्हन हम बनाते नहीं

हम तुम मिले तो मिले दो जहां
हीरे चांदी अब हमको लुभाते नहीं

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