प्यार?
जब मन मे प्यार उमड़ता है, दिल बाग-बाग हो जाता है।
बेचैन परिंदा डाल से उड़ कर उसी डाल पर आता है।।
प्यार का सरगम दिल को छू कर,सीने में उतर ही जाता है।
इसी का नाम तो प्यार है प्यारे, जो यह एहसास दिलाता है।।
© प्रशान्त तिवारी “अभिराम”
जब मन मे प्यार उमड़ता है, दिल बाग-बाग हो जाता है।
बेचैन परिंदा डाल से उड़ कर उसी डाल पर आता है।।
प्यार का सरगम दिल को छू कर,सीने में उतर ही जाता है।
इसी का नाम तो प्यार है प्यारे, जो यह एहसास दिलाता है।।
© प्रशान्त तिवारी “अभिराम”