प्यारे गुलनार लाये है
**प्यारे गुलनार लाये हैं**
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दिल के दिलदार लाये हैं,
पौधे फलदार लाये हैं।
झाबा वो आम रसवाला,
मीठे रसदार लाये हैं।
मुखड़ा भी है खिला जैसे,
खिलता गुलज़ार लाये हैं।
तेरे दर पाहुना आये,
प्यारे गुलनार लाये हैं।
मनसीरत प्यार जो तेरा,
खबरी अखबार लाये हैं।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)