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15 Sep 2021 · 1 min read

प्यारी हिंदी

भिन्न भिन्न भाषाओं के ये, शब्दों को अपनाती है
मात समान दुलार करे संस्कारों को सिखलाती है
सीधी सादी भोली भाली भारत की बोली हिंदी
बैर भाव से दूर खड़ी बस प्यार बांटती जाती है

14-09-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 417 Views
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