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1 Oct 2024 · 1 min read

प्यारा भारत

देश नहीं सभ्यता है
विश्व का अध्यात्म पिता है
जो सदियों से जागृत है अनवरत
मेरा प्यारा देश, मेरा भारत

ज्ञान की बात हो या संस्कारों की
सम्मान देने की या अधिकारों की
जगत गुरु जगत पिता है शाश्वत
मेरा प्यारा देश, मेरा भारत

सबको खुले दिल से अपनाते है
इंसान तो क्या, पेङ भी पूजे जाते हैं
वरदान है प्रकृति का जिस पर
मेरा प्यारा देश, मेरा भारत

चित्रा बिष्ट
(मौलिक रचना)

Language: Hindi
21 Views

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