पोषण दर्द का
फुटपाथ पर बैठे
मैले कुचैले
कपड़ों में
कुछ एक परिवार
आँखें शून्य सी
स्वप्न
विहीन
दुनिया की रंगीनी
को छोड़
वे सभी कर रहे थे
पोषण…!
भर कर
आलिंगन में “दर्द” का
दर्द…., जैसे कि
खुदा ने
बनाकर भेजा है
सिर्फ़ उन्हीं के लिये…!!
पंकज शर्मा “परिंदा”