पोलादन हुआ है
जबसे मेघ का धरा पर अभिवादन हुआ है।
तब धरती पर हरियाली का सिंचादन हुआ है।
कुछ करने को जो कहोगे वो मेल्ह जाएगा,
बड़ी मेहनत से वो सख़्श पोलादन हुआ है।
-सिद्धार्थ पाण्डेय
जबसे मेघ का धरा पर अभिवादन हुआ है।
तब धरती पर हरियाली का सिंचादन हुआ है।
कुछ करने को जो कहोगे वो मेल्ह जाएगा,
बड़ी मेहनत से वो सख़्श पोलादन हुआ है।
-सिद्धार्थ पाण्डेय