पैसों के मतवाले
जिसके पास मानवता होंगे ,
उनके कर्म भी अच्छे होंगे ।
ख़ामोशी से सब जुल्म सहे हैं ,
वो भी क्या दिलकश इंसान होंगे ?
अब बहुत धनवान बने फिरते हैं ,
सब गरीबों के हक खूब छिने हैं ।
नाम न पूछो इन जालिमों की ,
वो तो जमीर भी गिरवी रखते हैं ।
वो काम के बदले दाम वसूलते ,
वसूली का ये क्रम चलाते रहते ।
सबके साथ विश्वास छिनते ,
फिर भी जनता उनके गुण गये ।
अब तो तुम इनको पहचानो ,
अपनी नादानी को समझो ।
दिल के बदले दर्द मिलेगा ,
वो तो पैसों के मतवाले होंगे ।
#किसानपुत्री_शोभा_यादव