पैसा
पैसे की भूख ऐसी लगी
कि कमाने निकल गए ।
जब पैसा मिली तो
हाथ से रिश्ते निकल गए।
बच्चों के साथ रहने की
फुर्सत न मिल सकी।
जब फुर्सत मिली तो
बच्चे कमाने निकल गए।
पैसा पैसा कर के
रिश्ता चला गया।
जब पैसा हुआ तो
मैं अकेला पड़ गया।
सुशील कुमार चौहान
फारबिसगंज अररिया बिहार