पैरों में बेड़ियाँ
पैरों में बेड़ियाँ हैं और हाथ भी बंधे हुए हैं।
हर मुस्कुराते चेहरों के पीछे दिल जले हुए हैं।
बड़ा ही अजब-सा माजरा है इस दुनिया का ए खुदा –
हर हाथ में खंजर है और हर शख्स डरे हुए हैं।
-लक्ष्मी सिंह
पैरों में बेड़ियाँ हैं और हाथ भी बंधे हुए हैं।
हर मुस्कुराते चेहरों के पीछे दिल जले हुए हैं।
बड़ा ही अजब-सा माजरा है इस दुनिया का ए खुदा –
हर हाथ में खंजर है और हर शख्स डरे हुए हैं।
-लक्ष्मी सिंह