पैग़ाम
सोचता हूं तुम्हारे नाम इक पैग़ाम लिखूं।
तुम बिन काटी वो रातें लिखूं।
तुम्हारे संग बीती वो शामे लिखूं।
सब तरफ दिखे तुम्हारे जैसे चेहरे लिखूं।
मचल रही हैं तुम्हारे बिन मेरी वो सांसे लिखूं।
मेरी धड़कती हुई धड़कनों की कसक लिखूं।
पूरी कायनात में अपनी मोहब्बतें लिखूं।
तुम बिन सूनी मनी मेरी होली लिखूं।
सोचता हूं तुम्हारे नाम इक पैग़ाम लिखूं।