पैंतरे
कहना सही तुम्हारा, बिल्कुल, वही हमारा कहना है।
किन्तु दिखावे की दुनियाँ में, अलग थलग भी रहना है।
हर्ज ही क्या जो ऐसा बोलो, उल्लू भी सीधा हो जाए,
ये पैंतरे जरूरी सीखो , कब कहना, चुप रहना है।
संजय नारायण
कहना सही तुम्हारा, बिल्कुल, वही हमारा कहना है।
किन्तु दिखावे की दुनियाँ में, अलग थलग भी रहना है।
हर्ज ही क्या जो ऐसा बोलो, उल्लू भी सीधा हो जाए,
ये पैंतरे जरूरी सीखो , कब कहना, चुप रहना है।
संजय नारायण