पेड़ों की महत्ता
एक हवा का झोंका मुझे छू सा गया है। शायद अपनी कोई बात मुझसे कह गया है। कि तुम जो देखते हो वह बहुत दिन तक रहने नहीं वाला। तुम जो महसूस करते हो वह न कर पाओगे ।क्योंकि मेरा अस्तित्व कुछ ही दिनों का है ।लगातार पेड़ों के काटने से और गगनचुंबी इमारतें बनाने से तुम हवा कहां से लाओगे? झोंकों का आनंद तो बहुत सांस लेने तक को तरस जाओगे ।तब बनेंगे सांस लेने के गृह जहां पर सांस लेने के लिए पैसे देने होंगे ।तुम्हें लटकाने होंगे अपनी पीठ पर सांस लेने के सिलेंडर क्योंकि उसके बिना तुम्हारा गुजारा ना होगा। इसलिए संभल जाओ ।अभी भी वक्त है पेड़ों की महत्ता को समझो। पेड़ों को अंधाधुन्द कटने से बचाओ ।और अपने जीवन काल में जितने पेड़ लगा सको लगाओ। जिससे तुम्हारे आने वाली पीढ़ी खुली हवा मे स्वतंत्र होकर सांस ले सके । और उसे किसी प्रकार की विसंगतियों से न जूझना पड़े।