पेड़ लगाओ, धरा बचाओ
चित पर बेहद भार है, फिर भी हंसती जाय।
करते रहना तुम भला, धरा रही बतलाय।।
पेड़ लगाएं हम सभी, करो यही एलान।
सांसे ताज़ा चाहिए, रखना इनका ध्यान।।
पानी के उपयोग में, रखना इतना ध्यान।
जल के दोहन से धरा, बनती रेगिस्तान।।
देवनदी अब कह रही, सुन मानुष नादान।
प्रदूषण अभी छोड़ दे, खतरे में है जान।।
@ अरशद रसूल