Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2023 · 1 min read

पेड़ न हों तो धरती रोती

पेड़ न हों तो धरती रोती,
पर्यावरणी आभा खोती।

हरे पेड़ का पत्ता पत्ता ,
कार्बन द्वि ऑक्साइड सोखता।
कार्बन कार्बन खुद रख लेता,
ऑक्सीजन वायु में छोड़ता ।
हवा स्वच्छ वृक्षों से होती ——-

पत्ता धरती पर जब गिरता ,
ह्यूमस मिट्टी में तब बनता ।
रोके वर्षा की बूँदों को ,
वृक्ष भूमि की रक्षा करता ।
मिट्टी तब उपजाती मोती ——

वृक्षों से जंगल बनता है ,
जंगल से ईंधन मिलता है ।
वृक्षों की प्राकृत ताकत से,
बादल वर्षा बन गिरता है ।
ईंधन से पकती है रोटी —–

वर्षा हो तो अन्न उपजता ,
वर्षा वृक्ष का अनुदान है ।
यानी मानव के जीवन में,
वृक्षों से सौख्य वरदान है ।
खुशियाँ हैं जंगल की पोती —-

तरुवर कलयुग के शंकर हैं ,
गरल प्रदूषण का जो पीते ।
पर्यावरण शुद्ध रखने को ,
पेड़ लगाओ ईश्वर कहते ।
विनय ‘ हितैषी ‘की ये छोटी —
पेड़ न हों तो धरती रोती ।

***************************
प्रबोध मिश्र ‘ हितैषी ‘
बड़वानी (म. प्र . ) 451 551
मो. 79 74 921 930

188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
Rajesh Kumar Arjun
तो मैं राम ना होती....?
तो मैं राम ना होती....?
Mamta Singh Devaa
सत्य की जय
सत्य की जय
surenderpal vaidya
*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
*हमें बेटी बचाना है, हमें बेटी पढ़ाना है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
अमन तहज़ीब के परचम को हम ईमान कहते हैं।
Phool gufran
■ मनुहार देश-हित में।
■ मनुहार देश-हित में।
*प्रणय प्रभात*
" तारीफ़ "
Dr. Kishan tandon kranti
लेकिन कैसे हुआ मैं बदनाम
लेकिन कैसे हुआ मैं बदनाम
gurudeenverma198
अगर जीवन मे कुछ नहीं हो रहा है यानि सफ़लता नहीं मिल रही है त
अगर जीवन मे कुछ नहीं हो रहा है यानि सफ़लता नहीं मिल रही है त
रुपेश कुमार
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
तेरे सहारे ही जीवन बिता लुंगा
Keshav kishor Kumar
मेरा होकर मिलो
मेरा होकर मिलो
Mahetaru madhukar
क्रिकेटी हार
क्रिकेटी हार
Sanjay ' शून्य'
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बचपन
बचपन
संजय कुमार संजू
सत्य
सत्य
Dinesh Kumar Gangwar
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
गीत - मेरी सांसों में समा जा मेरे सपनों की ताबीर बनकर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
2504.पूर्णिका
2504.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पल भर तमाशों के बीच ज़िंदगी गुजर रही है,
पल भर तमाशों के बीच ज़िंदगी गुजर रही है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
क्या कहें ये गलत है या यारो सही।
क्या कहें ये गलत है या यारो सही।
सत्य कुमार प्रेमी
Love is a physical modern time.
Love is a physical modern time.
Neeraj Agarwal
थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
थोड़ा सच बोलके देखो,हाँ, ज़रा सच बोलके देखो,
पूर्वार्थ
तुझमे कुछ कर गुजरने का यहीं जूनून बरकरार देखना चाहता हूँ,
तुझमे कुछ कर गुजरने का यहीं जूनून बरकरार देखना चाहता हूँ,
Ravi Betulwala
कलम की ताक़त
कलम की ताक़त
Dr. Rajeev Jain
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
तुम हकीकत में वहीं हो जैसी तुम्हारी सोच है।
Rj Anand Prajapati
World Tobacco Prohibition Day
World Tobacco Prohibition Day
Tushar Jagawat
प्रेरणा
प्रेरणा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
ग़ज़ल _ आज उनको बुलाने से क्या फ़ायदा।
Neelofar Khan
चल‌ मनवा चलें....!!!
चल‌ मनवा चलें....!!!
Kanchan Khanna
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
राम नाम सर्वश्रेष्ठ है,
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...