पेट खुराकी
घर के पेड़ के ‘बेल’ ही
आज के लिए निवाला है
रोज नहीं खाने से
आदमी मर नहीं जाएंगे !
आज की रात
यही मिली है
पेट-खुराकी
और बौद्धिक खुराक के लिए
सुरेंद्र मोहन पाठक सर के
हिंदी थ्रिलर उपन्यास भी।
घर के पेड़ के ‘बेल’ ही
आज के लिए निवाला है
रोज नहीं खाने से
आदमी मर नहीं जाएंगे !
आज की रात
यही मिली है
पेट-खुराकी
और बौद्धिक खुराक के लिए
सुरेंद्र मोहन पाठक सर के
हिंदी थ्रिलर उपन्यास भी।