पेजर ब्लास्ट – हम सब मौत के साये में
पेजर ब्लास्ट – हम सब मौत के साये में
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कुछ दिनों पूर्व ईरान समर्थित आतंकवादी संगठन हिजबुल्ला के शीर्ष नेतृत्व ने अपने लड़ाकों से मोबाइल लेकर उन्हें पेजर प्रदान किए थे । तब यह कहा गया था कि मोबाइल से आपके मूवमेंट और लोकेशन की पहचान हो सकती है और आपकी जान को खतरा हो सकता है । इसराइल कभी भी वार कर सकता है। पेजर से मूवमेंट अथवा लोकेशन की पहचान संभव नहीं है । दो पेजर आपस में कनेक्ट नहीं होते हैं। पेजर एक रिसीवर अथवा ट्रांसमीटर के जरिए काम करता है । जब कोई व्यक्ति पेजर से किसी को मैसेज भेजता है तो यह मैसेज एक सेंट्रल सर्वर को पहुंचता है फिर वहां से इसे उस पेजर नंबर पर अग्रसारित किया जाता है जिसके लिए यह मैसेज भेजा गया था । मोबाइल आपस में कनेक्ट होते हैं और इन पर की गई बातचीत अथवा मैसेज को इंटरसेप्ट करना आसान होता है। हिज्बुल्लाह ने यही सोचकर अपने लड़ाकों को मोबाइल का प्रयोग न करने और आपस में कनेक्ट रहने के लिए पेजर का इस्तेमाल करने को कहा था । कहा जाता है चीन निर्मित यह पेजर ईरान सरकार ने आयात किए थे और उसी ने इन्हें हिजबुल्ला को दिया था ।
लेकिन कल यानी 17 नवंबर 2024 को एक अकाल्पनिक घटना घटी । लेबनान और सीरिया में इन पेजर यूजर्स , जिनमें से अधिकतर हिजबुल्ला के आतंकवादी थे , के पेजर की बैटरी हद से ज्यादा हीट हुई और फट गई । जिन लोगों ने अपनी शर्ट में चेस्ट के बाईं तरफ की जेब में पेजर रखे थे वह पेजर की बैटरी ब्लास्ट होने पर बुरी तरह घायल हो गए और दर्जनों की मौत हो गई । उनके वक्षस्थल पर विस्फोट होने से उनके हृदय की धड़कनें रुक गईं । जिन लोगों ने पैंट की जेब में पेजर रखे थे बैटरी फटने से उनके जननांग बुरी तरह क्षत विक्षत हो गए । कुछ लोगों ने पेजर अपनी हैंड पर्स में रखे थे वह ज्यादा घायल नहीं हुए । अभी तक की जानकारी के अनुसार लगभग 3000 लोग घायल हुए हैं और एक दर्जन से अधिक मौतें हो गई हैं ।
प्रश्न यह उठता है कि आखिर एक साथ इतने पेजर की बैटरी ब्लास्ट कैसे हो गई । पड़ताल करने पर पता चला है कि पेजर , मोबाइल अथवा ऐसी कोई अन्य डिवाइस जिसमें बैटरी का प्रयोग होता है , बनाने वाली कंपनियों के पास यह टेक्नोलॉजी होती है कि वो जब चाहें तब किसी विशेष पेजर मोबाइल अथवा उपकरण की बैटरी को ड्रेन करवा दें अथवा उसे ओवरहीट कर उसमें विस्फोट करवा दें । कुछ एक वर्ष पहले ही दक्षिण कोरिया की एक मोबाइल निर्माता कंपनी ने अपने डिफेक्टिव मोबाइल को वापस मंगाने के लिए यूजर्स के मोबाइल की बैटरी को ड्रेन करने की तकनीक अपनाई थी ताकि यूजर्स जल्द से जल्द मोबाइल वापस कर दें । चूंकि हिज्बुल्लाह इजरायल के साथ युद्ध में है इसलिए कहा जा रहा है कि इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने पेजर डिवाइस में सेंधमारी कर यह ब्लास्ट करवाए हैं ।लेकिन इसके कोई पुष्ट प्रमाण नहीं हैं ।
इस पूरे प्रकरण में डराने वाली बात यह है कि हम सभी कोई न कोई ऐसी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का प्रयोग कर रहे हैं जो बैटरी चालित है । अब ऐसा कोई भी आतंकी संगठन अथवा देश जो हमसे शत्रुता रखता है , बैटरी को ओवरहीट करने की तकनीक अपनाकर ब्लास्ट करवा सकता है और लाखों करोड़ों लोगों की जान ले सकता है।
—- शिवकुमार बिलगरामी